टाटा सफारी गाड़ी, लैपटॉप और फोटो कॉपियर किए जब्त, 10 भर्तियां संदेह के दायरे में

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*विजिलेंस ब्यूरो को अभी तक 20 विभिन्न भर्ती परीक्षाओं को लेकर अभी तक वेबसाइट, व्हाट्सएप और ऑफ लाइन समेत अलग-अलग माध्यम से शिकायतें प्राप्त हुई हैं। प्रारंभिक जांच प्रक्रिया अमल में लाने के बाद 10 विभिन्न भर्ती परीक्षाएं संदेह के दायरे में आई हैं।*

*हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक मामले में मुख्य आरोपी उमा आजाद को हमीरपुर न्यायालय ने सोमवार को चौथी बार पुलिस रिमांड में भेज दिया।*

उमा आजाद को अब 2 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उमा के बड़े बेटे नितिन आजाद और दलाल संजीव कुमार के छोटे भाई शशिपाल को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। उमा आजाद को विजिलेंस ब्यूरो ने 23 दिसंबर 2022 को जेओए आईटी भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करते हुए रंगे हाथ पकड़ा था।

24 दिसंबर को न्यायालय ने चार दिन की पुलिस हिरासत, 28 दिसंबर को तीन दिन की, 31 दिसंबर को दो दिन और अब दो जनवरी को फिर से उमा आजाद को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। इसके साथ ही हमीरपुर विजिलेंस टीम ने उमा आजाद के घर पर दबिश देकर एक और लैपटॉप, फोटो कॉपियर मशीन तथा एक टाटा सफारी गाड़ी को अपने कब्जे में लिया है।

विजिलेंस पूर्व में भी उमा आजाद के घर से एक लैपटॉप और तीन भर्ती परीक्षाओं जेओए आईटी, जूनियर ऑडिटर और कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र अपने कब्जे में ले चुकी है। इसके साथ ही उमा आजाद को लेकर विजिलेंस टीम दोपहर के समय दडूही स्थित हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय में पहुंची। यहां पर गोपनीय शाखा में बैठकर किस तरह भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक किए जाते रहे हैं, इन घटनाओं का क्राइम सीन रिक्रिएट किया गया।

आयोग के सचिव से भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र हासिल करना, इन्हें स्ट्रांग रूम में रखना और स्ट्रांग रूम से पूर्व प्रश्नपत्रों को चुराना आदि घटनाओं को उमा आजाद के माध्यम से दर्शाया गया। आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर से सोमवार को फिर से विजिलेंस ने लंबी पूछताछ की है।

*बीस भर्ती परीक्षाओं की शिकायतें मिलीं, 10 भर्तियां संदेह के दायरे में*

विजिलेंस ब्यूरो को अभी तक 20 विभिन्न भर्ती परीक्षाओं को लेकर अभी तक वेबसाइट, व्हाट्सएप और ऑफ लाइन समेत अलग-अलग माध्यम से शिकायतें प्राप्त हुई हैं। प्रारंभिक जांच प्रक्रिया अमल में लाने के बाद 10 विभिन्न भर्ती परीक्षाएं संदेह के दायरे में आई हैं। विजिलेंस और एसआईटी ने मिलकर अभी तक इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। पहली एफआईआर जेओए आईटी पेपर मामले में, जबकि दूसरी एफआईआर जूनियर ऑडिटर और कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में दर्ज है।

इन दोनों मामलों में उमा आजाद, उमा के दो बेटों, दलाल संजीव, उसके छोटे भाई शशिपाल, नीरज, अजय शर्मा और तनु शर्मा समेत कुल आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। अभी तक कुल तीन भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र के अलावा विजिलेंस ने 7.95 लाख रुपये बरामद किए हैं। कुछ पैसे दलाल संजीव कुमार और उसके भाई शशिपाल के माध्यम से उमा आजाद ने प्राप्त किए हैं।

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