बेहेडे वाला आंगनबाड़ी केंद्र में आज मनाया गया अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस

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आज मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था वा आंगनवाड़ी वर्कर्स तथा आशा वर्कर्स द्वारा बेहेड़े वाला आंगनबाड़ी केंद्र में आज मनाया गया अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस
आज मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था वा आंगनवाड़ी वर्कर्स तथा आशा वर्कर्स द्वारा बेहेडेवाला आंगनबाड़ी केंद्र में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया जैसा की हम सब जानते हैं अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है लड़कियां आज लड़कों से एक कदम आगे हैं लेकिन आज भी वह भेदभाव की शिकार हैं और इसी भेदभाव को मिटाने के लिए और उनकी सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का मकसद है बालिकाओं को मुद्दे पर विचार करके उनकी भलाई की ओर सक्रिय कदम बढ़ाना तथा गरीबी शोषण संघर्ष और भेदभाव का शिकार हो रही लड़कियों को शिक्षित करके उनके सपनों को पूरा करने के लिए कदम उठाना आज मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के निदेशक डॉक्टर अनुराग गुप्ता अध्यक्ष पुष्पा खंडूजा तथा जिला विधिक प्राधिकरण से वालंटियर संजीव कुमार सेन वाला ग्राम पंचायत प्रधान कमला देवी सुपरवाइजर सुनीता देवी आशा वर्कर तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रही
दो बालिकाओं को कंबल दिए गए तथा इस दिन को मनाने के लिए शपथ ली गई जिसमें बालिकाओं को इन सब भेदभाव से बचाकर उनकी शिक्षा को महत्व दिया जा सके भविष्य के लिए बालिकाओं का दृष्टिकोण के बारे में समझाया गया आंगनबाड़ी केंद्र में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया जैसा की हम सब जानते हैं अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है लड़कियां आज लड़कों से एक कदम आगे हैं लेकिन आज भी वह भेदभाव की शिकार हैं और इसी भेदभाव को मिटाने के लिए और उनकी सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का मकसद है बालिकाओं को मुद्दे पर विचार करके उनकी भलाई की ओर सक्रिय कदम बढ़ाना तथा गरीबी शोषण संघर्ष और भेदभाव का शिकार हो रही लड़कियों को शिक्षित करके उनके सपनों को पूरा करने के लिए कदम उठाना आज मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के निदेशक डॉक्टर अनुराग गुप्ता अध्यक्ष पुष्पा खंडूजा तथा जिला विधिक प्राधिकरण से वालंटियर संजीव कुमार सेन वाला ग्राम पंचायत प्रधान कमला देवी सुपरवाइजर सुनीता देवी आशा वर्कर तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रही
दो बालिकाओं को कंबल दिए गए तथा इस दिन को मनाने के लिए शपथ ली गई जिसमें बालिकाओं को इन सब भेदभाव से बचाकर उनकी शिक्षा को महत्व दिया जा सके भविष्य के लिए बालिकाओं का दृष्टिकोण के बारे में समझाया गया