चाइल्ड लाइन सिरमौर द्वारा बाल अधिकार सप्ताह 14 नवम्बर से 20 नवम्बर तक मनाया जा रहा है जिसमे सिरमौर टीम द्वारा नाहन, पांवटा साहिब,संगडाह, कालाआम तथा शिल्लाई में बच्चों के हितधारकों के साथ व बच्चों के साथ तथा अभिभावकों के साथ विभिन प्रकार की गतिविधियाँ की जायेगी जिसका शीर्षक बच्चों से दोस्ताना व्यवहार करना,मुसीबत में उनकी मदद करना तथा चाइल्ड लाइन के बारे में जागरूक करना।
आज 20 नवम्बर आखरी दिन को चाइल्ड लाइन टीम सदस्य सुरेश पाल, टीम सदस्य नीलम द्वारा पांवटा साहिब ब्लॉक के नोरंगाबाद कॉलोनी, (गुज्जर बस्ती ) में बच्चो व उनके अभिभावकों के साथ चाइल्ड लाइन से दोस्ती सप्ताह मनाया गया टीम द्वारा बच्चों को उनके अधिकारों जीने का अधिकार,विकास का अधिकार ,सुरक्षा का अधिकार तथा सहभागिता के अधिकार पर जानकारी दी गई उसके बाद बच्चो को टीम द्वारा पॉस्को एक्ट, चाइल्ड मैरिज एक्ट, बच्चों उनकी शिक्षा के महत्व के तथा स्वास्थ्य संबधी शिक्षा दी गई इसके साथ साथ बच्चों को अच्छा स्पर्श और बुरा स्पर्श के बारे में भी टीम द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई टीम सदस्य सुरेशपाल बच्चो के अभिभावकों को सरकार द्वारा चलाई गई बीमारी के इलाज हेतु सहारा योजना के बारे में भी जानकारी दी गईं उन्हे बोला गया की अगर किसी भी व्यक्ति को लम्बे समय तक चलने वाली बीमारी लग जाती है तो सहारा योजना के तहत उस बीमारी के इलाज के लिए सरकार द्वारा 2000 रुपए महीने के दिए जाते है साथ ही अनाथ बच्चों के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा दी जाने वाली फोस्टर केयर योजना के बारे ने भी बताया गया की अगर किसी बच्चे के माता या पिता की मृत्यु हो जाती है तो उस बच्चे के अभिभावक को इस योजना के तहत 2500 महीने के दिए जाते है । उसके बाद आशा वर्कर महिंद्रो जी द्वारा बच्चो और लोगों को शारिरिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी गईं उनके द्वारा बोला गया की आप सभी लोग बच्चों को समय पर टीके लगवाए और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखे बच्चो को अच्छा खाना लिखाय और उनकी साफ सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखे तथा रोजाना स्कूल भेजे ।
उसके बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से आए संजीव जी द्वारा लोगो को मुफ्त में दी जाने वाली कानूनी सेवाओं के बारे में तथा बच्चो की शिक्षा और बाल विवाह के , और शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई उनके द्वारा बताया गया की अगर किसी महिला के साथ या किसी व्यक्ति के साथ कोई हिंसा हो जाती है तो उसके ऊपर कोई मुकदमा चला हुआ है तो सरकारी द्वारा उस महिला या पुरुष को मुफ्त के वकील मिलता है और उसका मुकदमा भी लड़ा जाता है सरकार द्वारा कानूनी सेवा मुफ्त में दी जाती है l
इस दौरान चाइल्ड लाइन टीम के साथ मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के संस्थापक अनुराग गुप्ता और पुष्पा खंडूजा ने बच्चों के साथ खुशियां बांटी मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के द्वारा बच्चों को नशे के कारण होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा मुसीबत में फंसे बच्चों को मदद के लिए 1098 पर कॉल करने के लिए भी बताया
संस्था के द्वारा बच्चों को बताया कि वह किसी भी जरूरत के लिए मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के सदस्यों से बात कर सकते हैं तथा उनको पढ़ाई में आ रही समस्याओं के लिए संस्था उनकी सहायता करने के लिए हमेशा तैयार रहेगी।