पटवारखाना पांवटा साहिब में तैनात चौकीदार द्वारा इंतकाल के ऐवज में एक लाख रुपए रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। इस मामले में एक लाख रुपए लौटाते समय कईं फोन रिकार्डिंग और विडियो भी सामने आए हैं।
मामला पांवटा साहिब के पटवार कार्यालय से जुड़ा है जहां पर एक चौकीदार द्वारा इंतकाल चढ़ाए जाने के नाम पर एक लाख रुपए की डिमांड ही नहीं की गई बल्कि एक लाख रूपए ले भी लिए गए। इस पूरे मामले का खुलासा वार्ड नंबर 9 के पार्षदपति राजेश गुप्ता उर्फ नन्हे भाई द्वारा किया गया है। उन्होंने बताया कि इंतकाल चढ़ाने के लिए उनके एक जानकार से पटवार व्रत पांवटा साहिब में तैनात चौकीदार द्वारा एक लाख रुपया लिया गया। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली उन्होंने तुरंत चौकीदार जो की पटवार व्रत पांवटा साहिब में टेंपरेरी तौर पर रखा गया उससे एक लाख रुपए वापस करने के लिए कहा, इस दौरान फोन पर चौकीदार ने कई बार उसे आश्वासन दिया कि वह ₹100000 लौटा देगा क्योंकि जो काम उसे सौंपा गया था वह नहीं हुआ है और आखिर में चौकीदार द्वारा एक लाख रुपए लौटा दिए गए। लेकिन पार्षद पति राजेश गुप्ता ने इस पूरे मामले का वीडियो बना लिया।
राजेश गुप्ता ने बताया कि पटवार व्रत में चौकीदार के पद पर तैनात अविनाश ने इंतकाल को पटवार व्रत के रजिस्टर में चढ़ा भी दिया था लेकिन तहसीलदार ऋषभ शर्मा द्वारा इस पूरे मामले को भांप लिया गया और उन्होंने तुरंत इंतकाल को रोक दिया। इस पूरे मामले को लेकर पार्षद पति राजेश गुप्ता ने शिकायत तहसीलदार को भी की है।
पटवारखाना पांवटा साहिब में पहले भी कई मामले रिश्वत और भ्रष्टाचार के सामने आए हैं जिसमें एक मामले में तो पटवार व्रत में काम करवाने आई महिला को अपनी हवस का शिकार तक बनाने का प्रयास किया गया था।
वार्ड नंबर 9 की पार्षद मीनू गुप्ता के पति राजेश गुप्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा गरीब लोग पटवार व्रत में अपना काम करवाने के लिए आते हैं और वहां इस तरह के लोग अधिकारियों के नाम पर लोगों से पैसे ठग रहे हैं उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में कईं रिकॉर्डिंग और वीडियो सामने आई है तथ्यों को आधार मानते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
वही जब इस बारे में तहसीलदार ऋषभ शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में किसी को भी नहीं बक्शा जायेगा । उन्होंने कहा कि तहसील पांवटा साहिब, पटवार वृत में कार्यरत चौकीदार अविनाश द्वारा इंतकाल की ऐवज में एक लाख रुपए रिश्वत लेने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। कार्यवाही करते हुए उन्हें फिलहाल उनके पद कार्यों से मुक्त किया गया है वहीं एसडीएम पांवटा साहिब को जांच करने के लिए पत्र लिखा गया ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
Your article helped me a lot, is there any more related content? Thanks!
Thanks for sharing. I read many of your blog posts, cool, your blog is very good.