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पावंटा साहिब : मत्रालियो के खनन माफिया के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा , एनजीटी सहित विभिन्न विभागों में शिकायत दर्ज

स्टोन क्रशरों के मालिकों द्वारा फारेस्ट की भूमि में अवैध खनन करने व् लीज से बाहर सरकारी भूमि में खनन करने के आरोप

ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर निवेदन किया है कि महेंद्र सिंह एंड कंपनी स्टोन क्रशर ग्राम पंचायत कुंजा में लगभग पिछल 12 साल से चल रहा है और बिट्टा स्टोन क्रेशर लगभग पिछले दो साल से चल रहा है यह की उक्त क्रशर पिछले कई सालो से यमुना नदी में अपनी लीज के बाहर अवैध खनन कर रहे है और इतना ही नहीं यह सारा अवैध खनन मशीनों द्वारा किया जा रहा है। जिसको की लीज के अंदर भी मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता जो की केवल लेबर के द्वारा किया जा सकता है।

और इनके द्वारा किये जा रहे इस अवैध खनन में जिसमे की ज्यादातर भूमि फारेस्ट की है और इस भूमि में पिछले 5 से 6 साल में जो सरेआम आपके विभाग की नाक के नीचे यह गोरखधंदा चल रहा है उसकी वजह से ग्राम कुंजा में यमुना नदी के बीचोबीच एक घना जंगल खैर के पेड़ो से भरा हुआ होता था जिसको की इन स्टोन क्रशरों ने धीरे धीरे खोखला कर दिया हैं। जबकि अगर कोई आम आदमी खैर का एक भी पेड़ काट दे तो उसको एक गंभीर अपराध मान कर उसको कड़ी सजा दी जाती है। लेकिन इन स्टोन क्रशरों की मेहरबानी से पिछले 12 सालों में हजारो खैर के पेड़ काटे जा चुके है। आज वहां जंगल के नाम पर मात्र कुछ पेड़ बचे है जो अगर इनको रोका नहीं गया तो आनेवाले कुछ सालो में समाप्त हो जायेंगे।

अधिकारियों को भेजी गई शिकायत में आरोप है कि अगर इसी तरह से चलता रहा तो इसका बहुत बुरा असर पर्यावरण पर पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी आपके विभाग की होगी क्योंकि यह सब कुछ आपके सा