मंडी में नहीं लगने देंगे ग्लैमर का तडक़ा
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के चुनाव को ग्लैमराइज नहीं होने देंगे। मंडी के असल मुद्दों पर बात करनी होगी।
कौन क्या खा-पी रहा है इसका चिंतन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को करना है। मंडी में खानपान पर विशेष चर्चा हो रही है। विक्रमादित्य सिंह मंगलवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हिमाचल में 2007 में कांग्रेस की सरकार ने धर्मांतरण का कानून बनाया था। उस समय आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह का धन्यवाद किया था। प्रदेश में खानपान की जो चर्चा चल रही है वे इस पर क्या सोचते हैं। इसका जवाब अब विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस को देना है। उन्होंने कहा कि अटल टनल में 12 हजार करोड़ का शुरुआती बजट यूपीए सरकार ने दिया था। कीतरपुर-मनाली फोरलेन की शुरुआत यूपीए सरकार में हुई।
आईआईटी मंडी भी कांग्रेस की ही देन है। मंडी में आपदा के समय सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। आपदा के दौरान वे एक हफ्ते तक मंडी में रहे और सभी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। दिन-रात राहत और पुनर्वास का काम करवाया और सडक़ों को खुलवाया। 200 नए जेसीबी और टिप्पर पीडब्ल्यूडी ने खरीदे। मंडी के मुद्दे लोकसभा के सदन में उठाए जाएंगे। नेता प्रतिपक्ष की बातों से वे विचलित नहीं होंगे। कांग्रेस में सबको बोलने का अधिकार है। शिमला ग्रामीण में उन्हें दूसरी बार जीत मिली है और वे पीडब्ल्यूडी मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं प्रदेश में दे रहे हैं, लेकिन पार्टी हाइकमान ने उन पर भरोसा जताया है वे इस भरोसे पर खरा उतरेंगे। तीन बार पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और तीन बार प्रतिभा ङ्क्षसह को मंडी से चुनाव में जीत दिलवाई है। सभी लोगों के बीच जाएंगे। सकारात्मक सोच के साथ मैदान में उतरेंगे।