बाता नदी में रेत बजरी पत्थर खनन करने के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

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इस खनन से बाता नदी का तटीयकरण बांध टूट जाने का खतरा बढ़ जाएगा। इससे 6 गांव के किसानो की उपजाऊ भूमि कटाव के कारण नष्ट होने का खतरा बढ़ जाएगा। नदी के तट के नजदीकी लगभग 25 घरों पानी में डूब जाने का खतरा किसानो को चिंता सता रही है।ये प्रभावित होने वाले 6गांव खैरी, कोटरी, ब्यास, टोकियों, गुंगलों रामपुर माजरा मटक माजरी आदि गांव के नदी के तट पर बसे किसान परिवार प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है।
पंचायत प्रधान कमला चौधरी ने विरोध प्रदर्शन में कहा कि पंचायत द्वारा कोई noc नहीं दी है। जानता ओर पंचायत प्रतिनिधि noc के ओर खनन कार्य करने के ख़िलाफ़ है।
ग्रामीणों ने बताया कि उत्तराखंड नंबर की दो गाड़ियां काली ओर सफेद रंग की गाड़ियां में डंडों लेकर लगभग 8 गुंडे रात दिन बाता नदी में दहशत फैला कर पेट्रोलिंग करते हैं।
उन्होंने कोटड़ी बाता पुल से लेकर शिव मंदिर खैरी ओर पोल कालेज तक अवैध कब्जा करके अवैध वसूली कर रहे हैं ग्रामीण दहशत में हैं टेक जिसकी शिकायत sp सिरमौर से करने की तैयारी में हैं। प्रदर्शन के दौरान कई प्रस्ताव पारित किए गए।
इस प्रदर्शन में पंचायत प्रधान कमला चौधरी, पंचायत सदस्य शरबती, कांता, अल्का सिंह, महेश कुमार, कमलेश कुमारी, पुर्व बीडीसी श्रवण कुमार खट्टा, पूर्व प्रधान राममूर्ति, ओमलाल, शेर सिंह, दलीप, सहित कई दर्जन महीला पुरुष ग्रामीण मौजूद रहे,,, मुकेश कुमार