गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने के विरोध में उतरी भीम आर्मी
भीम आर्मी के संयोजक चंद्रशेखर ने सिरमौर से शिमला तक पदयात्रा का किया एलान
संवाद अमित कुमार
शिमला। हिमाचल के जिला सिरमौर के गिरिपार को जनजातीय दर्जा देने की चल रही प्रक्रिया के विरोध में भीम आर्मी भारत एकता मंच ने सोमवार को राजधानी शिमला में हल्ला बोला।
भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर की अध्यक्षता में चौड़ा मैदान में मंच ने मांगों को सरकार के समक्ष रखा। इस दौरान काफी संख्या में मंच के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। इन्होंने चौड़ा मैदान में सड़क में बैठकर करीब तीन घंटे तक हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। चंद्रशेखर ने कहा कि सिरमौर के गिरिपार को जनजातीय दर्जा देने से इस इलाके के अनुसूचित जाति के लोगों के अधिकारों को छीन लिया जाएगा।
उन्होंने किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि इन दो जिलों में लोगों को अनुसूचित जाति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि सिरमौर में बीते एक साल में एट्रोसिटी एक्ट में करोब 105 मामले दर्ज किए गए हैं। अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने के बाद इलाके के लोगों के अधिकार छीन लिए जाएंगे। इधर, प्रदेश अध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के खिलाफ पैदल यात्राओं के जरिये
शिमला के चौड़ा मैदान में भीम आर्मी की रैली में नारेबाजी करते कार्यकर्ता।
चौड़ा मैदान में सड़क पर तीन घंटे नारेबाजी कर किया प्रदर्शन
जाएगा। उन्होंने सिरमौर में अनुसूचित जाति के भूमिहीनों को शामलात भूमि दिलवाने की भी सरकार से मांग उठाई। इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी हितेश माही, महासचिव राम लाल कुल्वी, संगठन मंत्री पंकज, उपाध्यक्ष चौबे राम भाटिया, अनुप संधू, किन्नौर के अध्यक्ष शोभा राम, मंडी अध्यक्ष धनी राम, ईश्वर चौहान,
प्रदर्शन के दौरान लोगों को संबोधित करते चंद्रशेखर अमर उजाला
आवाज बुलंद की जाएगी। अनिश्चितकाल धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। इसके लिए जुलाई में
सिरमौर से शिमला तक पैदल यात्रा निकालकर हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का विरोध किया अमित, रणवीर मौजूद रहे।