पांवटा में किसानों की परेशानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। कभी बाढ़ तो कभी सुखाड़ की मार झेल रहे किसान फिर से संकट में घिर गए हैं दरअसल पावटा के दून चेत्र में सबसे ज्यादा मक्का पैदावार की जाती है इस बार कीड़ा लगने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है जिस की समस्या को लेकर किसानों ने आज पोंटा प्रशासन का दरवाजा खटखटाया है और मुआवजे की मांग की है।
गुरु की नगरी पांवटा साहिब में सोमवार संयुक्त किसान मोर्चा हिमाचल किसान सभा बैनर के तले किसानों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की, साथ ही कृषि विभाग के मुर्दाबाद के नारे लगाए
किसानों का कहना है कि कृषि बीज वितरण केंद्र से इस बार महंगे दामों पर दवाइयां और मक्का का बीज खरीदा गया उसके बावजूद भी फसल बर्बाद हो गई ऐसे में किसानों की फसल सिरदर्द बन गई है।
मीडिया के कैमरे ऑन होते ही किसानों ने बताया कि मक्का की खेती में जमा पूंजी लगा कर खुश थे कि इस बार अच्छी फसल होगी। लेकिन फिर कीड़ों की मार ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है।
दून घाटी के कई गांव के किसान मक्का फसल में लग रहे कीड़े से अपनी किस्मत को कोसने को मजबूर हैं। क्षेत्र के बेडेवाला, शिवपुर, मानपुर, नवादा, किशनपुरा, अजोली मानपुर देवड़ा, रामपुर घाट, सहित कई गांव में इस कीड़े का प्रकोप जारी है।
किसानों ने बताया कि खेत में लगे मक्का के पौधे में हरे रंग का उड़ने वाला कीड़ा पौधे के पत्ते को चाट कर उसको सुखा दे रहा है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। जिसको लेकर आज एसडीएम को ज्ञापन दिया है मांग की है कि किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाए अन्यथा संयुक्त किसान मोर्चा और हिमाचल किसान सभा चुप नहीं बैठेगी।