पौंटा साहिब घाट पर यमुना नदी की गंभीर समस्या
पौंटा साहिब घाट पर यमुना नदी का जल स्तर अत्यधिक गिर चुका है और वह अब एक नाले में परिवर्तित हो गया है। सरकारी समझौते के अनुसार मुख्य नदी बेसिन में पर्याप्त जल प्रवाह बनाए रखना अनिवार्य है, परंतु वर्तमान स्थिति में जल प्रवाह की कमी स्पष्ट रूप से देखी जा रही है।
स्थिति का अवलोकन:
• जल स्तर में गिरावट: निरीक्षणों में पाया गया है कि नदी में अपेक्षित जल प्रवाह में कमी आई है, जिसके कारण जल स्तर अत्यंत निम्न स्तर पर पहुँच गया है।
• मुख्य कारण:
– मुख्य नदी बेसिन में जल प्रवाह की कमी, प्राकृतिक एवं मानवनिर्मित कारणों से उत्पन्न विकार।
– पूरे शहर के नालों का गंदा पानी बिना ट्रीटमेंट के यमुना में डाला जा रहा है, जिससे प्रदूषण की समस्या और बढ़ गई है।
– बैराज कई वर्षों से बंद पड़ा है, जबकि इसे नदी में उचित जल स्तर बनाए रखने के लिए बनाया गया था।
– यमुना का जल बिजली उत्पादन हेतु नहरों में अधिक मात्रा में डाल दिया जा रहा है, जिससे जल स्तर पर और प्रभाव पड़ रहा है।
सरकारी कार्रवाई:
• बैराज का निर्माण: यमुना मंदिर एवं गुरुद्वारा श्री पौंटा साहिब घाट के सामने जल स्तर बनाए रखने हेतु बैराज का निर्माण किया गया है।
• जल प्रवाह सुनिश्चित करना: सरकारी समझौते के अनुसार, मुख्य नदी बेसिन में पर्याप्त जल प्रवाह बनाए रखने हेतु नियमित निगरानी एवं आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए।
अनुरोध एवं आगे की योजना:
सभी संबंधित प्राधिकरणों, स्थानीय निकायों और जल विभाग से निवेदन है कि यमुना नदी में आवश्यक जल स्तर बहाल करने, प्रदूषण नियंत्रण एवं बैराज की मरम्मत के साथ-साथ नहरों में उचित जल प्रवाह सुनिश्चित करने हेतु तुरंत कार्रवाई करें। कृपया इस दिशा में उचित कदम उठाकर नदी के पुनरुद्धार एवं पर्यावरणीय संतुलन को सुनिश्चित करें।
सह-हस्ताक्षर:
मॉर्निंग जॉगर्स क्लब, पौंटा साहिब
रोटरी क्लब, पौंटा साहिब
राधा कृष्ण मंदिर समिति, पौंटा साहिब
इनरव्हील क्लब, पौंटा साहिब
श्री जगरनाथ ट्रस्ट
सीनियर सिटीजन काउंसिल पोंटा साहिब
पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन पौण्टा साहिब
पंजाबी बिरादरी महा सभा