अमर शहीद समीर के पैतृक गांव राजपुर स्थित शहीदी स्थल पर प्रातः 10 बजे भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र व परिवार तथा गांव के सदस्यों ने अमर शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीद समीर 3 ग्रिनेडियर में भर्ती हुए थे और 2002 में 39 राष्ट्रीय राइफल के अंतर्गत जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र सुरनकोट में तैनात थे। 05 मार्च 2002 को आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान सिपाही समीर वीरगति को प्राप्त हुए। वर्तमान में शहीद समीर के परिवार में उनकी माता श्रीमती कमला देवी व सेना से सेवानिवृत्त उनके बड़े भाई अमित कुमार व उनकी पत्नी है। परिवार, गांव व क्षेत्र के सभी लोगों को सिपाही समीर के सर्वोच्च बलिदान पर गर्व है।
इस मौके माता श्रीमती कमला देवी व भाई अमीत कुमार ने स्मारक स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उसके उपरांत राष्ट्रीयगान तदोपरांत उपस्थित सभी लोगों ने शहीद समीर की स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय व शहीद समीर अमर रहे के नारे लगाए और भूतपूर्व सैनिक सगंठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र की तरफ से पूर्व अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह चौहान ने उपस्थित सभी नौजवानों से राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करने की अपील की तथा देश के लिए हमेशा मर मिटने के लिए तैयार रहने की बात की।
इस मौके पर शहीद समीर की माता श्रीमती कमला देवी व भाई अमित कुमार, पंचायत प्रतिनिधि सुनीता मितल तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र से पूर्व अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह चौहान, उपाध्यक्ष स्वर्णजीत, दलविंदर, हाकम सिंह, हरविंदर, सुरेंद्र, सीताराम, अमित कुमार, राकेश तोमर व स्थानीय ग्रामवासी तथा अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।