सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री रेणुका जी के परिक्रमा मार्ग पर दूध पानी के पास बनी मां रेणुका जी की मूर्ति में अचानक से आग लग गई और सारी मूर्ति खंडित हो गई।
शाम के वक्त सेर करने निकले स्थानीय व्यक्ति इंदर प्रकाश गोयल ने बताया कि जब वह वहा से गुजर रहे थे तो आस्था का प्रतीक मां रेणुका जी का प्रसाद स्वरूप दूध पानी नामक स्थान पर पानी ग्रहण करने लगे तो देखा कि माता की मूर्ति के पास से धुआं निकल रहा था।
उन्होंने ऊपर जाकर देखा तो पूरी मूर्ति में लगी मां की चुन्नी जलकर राख हो गई थी। आग लगने के कारण वहा जलाया गया धूप अगरबत्ती हो सकता है परंतु सुरक्षा की दृष्टि से वहा ऐसा करना वर्जित है।
प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मां रेणुका जी के पवित्र स्थल पर नवरात्रों के पावन पर्व पर ऐसा होना धार्मिक दृष्टि से सही नही माना जाता। प्रत्यक्षदर्शी इंदर प्रकाश गोयल ने बताया कि उन्होंने मां की मूर्ति की सफाई की ओर आसपास जले हुए अवशेषों को भी साफ कर दिया।
रेणुका जी विकास बोर्ड के अंतर्गत आने वाले इस स्थान पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए ताकि ऐसी घटना फिर से न हो।