जिला सिरमौर में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश के संरक्षण के लिए सचिन ओबराय के पांवटा साहिब में धरना शुरू होते ही प्रशासन हरकत में आ गया है। पांवटा साहिब नगर परिषद बेसहारा गौवंश को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर 24 पशुओं को पकड़कर गौशाला में रखे गए हैं। हांलांकि की तीसरे दिन भी सचिन ओबराय का धरना जारी रहा।
प्रदेश में पशु लम्पी वायरस के चपेट में आने से कई पशु सड़कों पर ही दम तोड़ रहे हैं। लम्पी वायरस पशुओं में बड़ी तेजी से फैल रहा है ऐसे में कई बेसहारा गौवंश सड़कों में घूम रहे हैं। जिस पर सरकार व प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है। स्थिति को गंभीरता से देखते हुए सचिन ओबराय शुक्रवार को पांवटा साहिब के भगवान परशुराम चौक पर पशुओं सहित धरने पर बैठे है। धरना शुरू होते ही प्रशासन हरकत में आया। नगर परिषद पांवटा साहिब के कार्यकारी अधिकारी अजमेर ठाकुर ने पशुओं को पकड़ने के लिए कर्मचारियों की टीमें गठित की गई है। शनिवार और रविवार को नगर परिषद ने जगह जगह से 24 पशुओं को पकड़कर गौशाला में भेजे हैं। बताया जा रहा है की पांवटा साहिब नगर परिषद की गौशाला में अधिक पशु होने के कारण कुछ पशुओं को राजगढ़ भेजने की तैयारी की जा रही है। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ने का अभियान जारी है।
गौसेवक सचिन ओबराय ने कहा कि बीते वर्ष जब गौ संरक्षक हेतु अनशन किया था तो सरकार और प्रशासन ने लिखित में सभी मांगे मानते हुए गौवंश को उचित आश्रय प्रदान करने का वायदा किया था। लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ।
ऐसे में सड़कों पर उतरने के अतिरिक्त कोई चारा नहीं है। उन्होंने कहा कि जब की गौवंश लंपी वायरस से ग्रसित होकर सड़कों पर मौत का इंतेज़ार कर रहे हैं तब सरकार को चाहिए कि तत्काल प्रभाव से प्रभावी कदम उठाएं और गौवंश को काउ सेंचुरियों में भेजा जाए। सचिन ओबराय ने कहा कि सरकार व प्रशासन गोवंश के नाम पर करोड़ों रुपए इकट्ठा करती है तथा चुनाव में बड़ी बडी बातें करती है लेकिन गोवंश सड़कों पर बेसहारा घूमने को मजबूर हैं लेकिन सरकार व प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है। सचिन ओबराय ने कहा कि धरना शुरू होते ही प्रशासन ने पांवटा साहिब में बेसहारा गोवंश को पकड़ना तो शुरू कर दिया है लेकिन जिले के अन्य जगहों पर अभी तक ऐसी कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।
उन्होंने कहा कि जब तक पूरे जिला सिरमौर में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश के लिए उचित प्रबंधन नहीं किए तब तक धरना जारी रहेगा। सचिन ओबराय तीसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे।
इस मौके पर समाजिक कार्यकर्ता हेमंत शर्मा,अजय संसरवाल, संजीव अग्रवाल, राजेश गुप्ता, लोकेश आदि मौजूद थे।