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पांवटा साहिब अस्पताल के डॉक्टर का कारनामा, टखने में सूजन और टांग में चढ़ा दिया प्लास्टर…..
कई वर्षों से विवादों में चल रहा है पांवटा साहिब सिविल अस्पताल, मरीजों का डॉक्टरों पर महंगी दवाई लिखने और टेस्ट करवाने के आरोप…..
पांवटा साहिब
उपमंडल पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा एक व्यक्ति के टखने में सूजन होने पर पूरी टांग में प्लास्टर चढ़ाने का मामला सामने आया है। सिविल अस्पताल पहले ही काफी समय से विवादों में है अब यह एक नया मामला सामने आया है। जिसके बाद क्षेत्र के ग्रामीणों सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में काफी समय से चिकित्सकों द्वारा रोगियों को महंगी दवाईयां व महंगे टेस्ट करवाने के मामले सामने आने से विवादों में रह रहा है । शिलाई क्षेत्र के रहने वाले बालक सिंह के घर में काम करते समय एक पैर के टखने में सूजन हो गई। जिसके बाद बालक सिंह उपचार करवाने के लिए सिविल अस्पताल पांवटा साहिब आया तथा अस्पताल में हड्डी के विशेषज्ञ डाक्टर से जांच करवाई। डाक्टर ने व्यक्ति के टखने के सूजन की जगह छोड़कर पूरे टांग पर प्लास्टर चढ़ा दिया। बताया जा रहा है कि प्लास्टर का खर्च 3000 रूपए और 1500 के करीब दवाईयों
का बिल बना दिया।
सतौन पंचायत के पूर्व प्रधान एवं कांग्रेस कमेटी के जिला महासचिव रामेश्वर शर्मा ने बताया कि सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में लोगों को उपचार करवाना निजी अस्पतालों से महंगा पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में तैनात डाक्टर रोगियों को महंगी दवाईयां और टेस्ट करवा रहे है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में तैनात हड्डी विशेषज्ञ डाक्टर तो लोगों को हल्की सी चोट लगने पर भी मंहगा प्लास्टर और दवाईयां लिख रहा है। जिस कारण गरीब लोगों को उपचार करवाना भी मंहगा पड़ रहा है। रामेश्वर शर्मा ने बताया कि इस बारे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान से शिकायत की जायेगी।
उधर पांवटा साहिब के एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने बताया कि सिविल अस्पताल के प्रभारी को जांच करने के निर्देश दिए गए है। जैसे ही जांच रिपोर्ट आयेंगी उसके आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।