सिरमौर में बढ़ते नशे के स्तर पर जागरूक युवा निभाएं जिला प्रशासन और पुलिस के साथ अपनी अहम भूमिका… साथियों आज जिला सिरमौर में नशें का स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है जो कि हमारे भविष्य के लिए ओर हमारे सिरमौर के लिए एक चिन्ता का विषय लगातार बना हुआ है आज हम सभी साथियों और विशेषकर जागरूक युवा साथियों से आशा ओर विश्वास है कि हम सभी अपने अपने स्तर पर जिला प्रशासन और विशेषकर पुलिस प्रशासन का सहयोग करें जो हम के सुरक्षा और बचाव के लिए एक सेतु का कार्य करतीं हैं साथियों आज ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन नशे के सौदागर ओर नशे करने वाले पुलिस और कानून के गिरफ्त में नहीं आं रहे हैं ओर ना जाने ऐसी अनेकों घटनाएं भी है जो मिडिया, प्रशासन, पुलिस के समक्ष आती ही नहीं है और गुमनाम हजारों नशेड़ियों ओर सौदागर अपने मनसूबे को पाने में सफल हो जाते हैं ,आज जो सिरमौर पूरे हिमाचल में अपनी खुबसूरती, अपने इतिहास, संघर्ष, संस्कृति, सभ्यता, अनुशासन के लिए प्रसिद्ध है वही आज सिरमौर नशे जैसी भयंकर समस्या से भी जूझ रहा है आज हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी नशे जैसी भयंकर समस्या से निजात दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है जो कि नाकाफी साबित हो रहें हैं पुलिस के द्वारा आए दिन नशे के अनेकों सौदागर ओर नशा करने वाले सलाखों के पीछे जा रहे ओर फिलहाल हिमाचल प्रदेश सरकार ने नशे को खत्म करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है जिससे शायद भविष्य में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे, साथियों आज नशा करने वाले व्यक्तियों की अनेकों घटनाएं सामने आ रही है जिसमें की हाल में ही घटित घटना शिमला जिला की आई जिसमें हर किसी को झकझोर कर रख दिया है जहां पर एक नशा करने वाले व्यक्ति ने अपने मां को ही मौत के घाट उतार दिया है जिसमें की पुलिस की प्रारम्भिक जांच में नशें करने व कुछ पारिवारिक कारणों का हवाला दिया गया है आखिर हम किस ओर जा रहे हैं ,आज जहां हमारा युवा साथी अपने कौशल अपने हुनर ओर सेवा भाव से अपने गांव, क्षेत्र प्रदेश और देश में अपनी ख्याति अर्जित कर रहा है वहीं नशे जैसी भयंकर समस्या से भी जूझ रहा है हम आए दिन देखते हैं कि आज का युवा वर्ग ओर आने वाला भविष्य नशे के चंगुल में फसता जा रहा है नशा आज गांव से लेकर बड़े बड़े शहरों तक अनेकों माध्यम से स्थापित हो चुका है जिसको खत्म करने के लिए सरकार प्रशासन और पुलिस विभाग अलग अलग स्तर पर जागरूक,ओर सचेत कर रहीं हैं आज हम सभी अगर नशे जैसी भयंकर समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो हमें सबसे पहले अपने आप को जागरूक ओर अन्य व्यक्तियों तक जागरूकता का परिचय देना होगा और विशेषकर प्रशासन और पुलिस का भरपूर सहयोग करना होगा ताकि नशे के उन तमाम सौदागरों ओर नशे करने वाले व्यक्तियों तक पुलिस पहुंच पाए जिससे की आने वाली हमारी पीढ़ी नशे करने और सौदागरों के चंगुल से मुक्त हो सकें, अन्यथा हम आए दिन नशे के दल-दल में गिरते जाएंगे ओर अपने सुन्दर सिरमौर ओर अपने क्षेत्र को कलंकित करते रहेंगे पुलिस विभाग आए दिन नशे के खिलाफ हर शिक्षण संस्थान ओर आने वाले भविष्य को जागरूक करने का प्रयास लगातार जारी है वह चाहे नाहन का क्षेत्र हो चाहे पांवटा साहिब हो, चाहे शिलाई, राजगढ़,हरिपुरधार, इत्यादि पूरे जिले में नशें के खिलाफ जागरूकता मुहिम तेज़ गति से जारी है जिसके कुछ सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले परन्तु अभी यह लड़ाई बहुत लम्बी है जिसे हासिल करने में हिमाचल प्रदेश सरकार ओर पुलिस प्रशासन को एक लम्बा समय लगेगा परन्तु फिर भी हम सभी जागरूक युवा साथियों का दायित्व बनता है कि हम इस लड़ाई में प्रशासन और पुलिस विभाग का सहयोग करें ताकि हमारा सिरमौर पूरे हिमाचल और देश में हर स्तर पर सिरमौर बना रहे हैं ऐसी हमें आशा ओर विश्वास करना चाहिए अन्यथा नशे ने आज हर व्यक्ति को झकझोर कर रख दिया जब हम आए दिन अपने आस पड़ोस ओर क्षेत्र में अजीबोगरीब घटनाएं देखने ओर सुनने को मिलती हैं ,आज सबसे बड़ी भूमिका उन तमाम मिडिया बन्धुओं की भी है जो नशे जैसी भयंकर समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित करते है और जागरूक करने में अपनी क़लम से अहम भूमिका निभाते हैं जो कि जन जन तक पहुंचती भी है और उसका एक सकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है हमारे मिडिया साथियों की भी हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है जो देश का एक चौथा स्तम्भ कहलाया जाता है नशा आज एक नासूर की तरह बन चुका है जिससे निजात पाना दुभर हो चुका है आज नशे को फैलने ओर प्रयोग करने के अनेकों कारण है जिसमें की बच्चों के प्रति अभिवावकों का ध्यान ना देना ओर हर सुविधा ओर कोई आर्थिक कमी ना देना जिससे आज के बच्चे कम उम्र में ही नशे के गिरफ्त में आ जाते हैं आज ग्रामीण क्षेत्रों से बच्चे शहरों की ओर अपने शिक्षा को लेकर बिन अभिभावक के अन्य शहरों में शिक्षा ग्रहण के नाम पर अन्य सहपाठियों के बहकावे में आकर नशे के दल-दल में पड़ जाते हैं और बिना किसी के रोक-टोक के इसके आदि बन जाते हैं आज प्रश्न खड़ा होता है कि हम अपने बच्चों,ओर भविष्य को लेकर कितनी संजीदगी दिखा पा रहे हैं ,यह भी एक बड़ा प्रश्न आज के परिप्रेक्ष्य में देखने को मिलता है आज हम सभी नशे का कारोबार करने के पीछे एक सबसे बड़ा कारण यह भी देखते हैं कि हम चन्द दिनों में नशें का कारोबार करके अमीर बनना चाहते हैं जिसमें हम नशे का कारोबार करते करते हर वह हदें पार कर जाते हैं जिसका रास्ता सीधा ,मौत के मुंह में जाता है या फिर सलाखों के पीछे पहुंच जाते हैं आज हम सभी को इस विषय पर अपने स्तर पर अहम भूमिका निभानी होगी अन्यथा हमारा सिरमौर नशे के चंगुल में धसता जाएगा ओर हम कुछ भी करने के लिए वैवश हो जाएंगे… ✍️ हेमराज राणा, सिरमौर