पहली परीक्षा 17 फरवरी से छह मार्च तक, दूसरी पांच से 20 मई तक होगी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं की बोर्ड परीक्षा 2026 से साल में दो बार कराएगा। बोर्ड ने मंगलवार को इससे जुड़े ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी।
पहली परीक्षा 17 फरवरी से छह मार्च तक, दूसरी पांच से 20 मई तक होगी। इस फैसले का फायदा 26 लाख से ज्यादा बच्चों को मिलेगा। 2025 के एग्जाम में 24 लाख से ज्यादा बच्चे बैठ रहे हैं। इस पैटर्न पर सेशन 2021-22 में एग्जाम ली जा चुकी है। इसके बाद फैसला वापस ले लिया गया था। बोर्ड ने यह फैसला बच्चों के एग्जाम स्ट्रेस को देखते लिया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सीबीएसई की तरह दो बार परीक्षा से बच्चों को मानसिक तौर पर फायदा होगा। एक बार स्कोर कम होने पर वे दूसरी बार उसे बेहतर कर सकेंगे। यह नियम 2025-26 सेशन से लागू होगा। इसका मतलब है कि साल 2026 में बोर्ड एग्जाम दो बार आयोजित होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या छात्रों को दोनों बार एग्जाम देना जरूरी होगा। इस बार में कहा गया है कि छात्रों के पास तीन ऑप्शन होंगे। वे या तो साल में एक बार परीक्षा दें या फिर दोनों परीक्षाओं में शामिल हों। इसके अलावा वे किसी सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म न कर पाने पर, दूसरी परीक्षा में उस विषय का दोबारा एग्जाम दे सकते हैं।