चाइल्ड लाइन टीम काउंसलर अंजना कुमारी व सदस्य नीलम द्वारा पावटा साहिब के बातामंडी स्लम में जाकर एक ओपन हाउस का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य लोगो को अच्छे स्पर्शे व बुरे स्पर्श के बारे में तथा चाइल्ड लेबर के बारे में लोगों को जागरूक करना था | इस ओपन हाउस की शुरुवात काउंसलर अंजना द्वारा वहाँ पर उपस्तिथ सभी लोगो के स्वागत के साथ की गई तथा बच्चो को चाइल्ड हेल्प लाइन के बारे में बताया गया कि यह एक आपातकालीन सेवा है जो 0-18 साल के बच्चों के लिए दिन रात काम करती है। इसका 1098 एक टोल फ्री नम्बर है यदि आप कभी भी कही पर किसी मुसीबत में फंसे बच्चे, जरुरत मंद बच्चे, बेबस या बेसहारा बच्चो को देखते हैं तो आप उनकी मदद के लिए इस नम्बर का प्रयोग कर सकते हैं। इस नम्बर पर बच्चा व व्यस्क कोई भी कॉल कर सकता है तथा इस नम्बर पर कॉल करने वाले की जानकारी को गुप्त रखा जाता है। उसके बाद बच्चो को सुरक्षित स्पर्श व असुरक्षित स्पर्श के बारे में जानकारी दी गई जिसमे उनको बताया गया कि हमारे शरीर की चार निजी जगह होती है जिन्हें सिर्फ हम या हमारे माता पिता छु सकते है जैसे मुँह, छाती, टांगो के बीच की जगह व कमर के नीचे का हिस्सा | यदि आपको कोई अनजान व्यक्ति इन चार जगह पर गलत तरीके से छू रहा होता है तो आप 1098 पर उसकी जानकारी दे सकते है तथा बच्चो तथ अभिभावकों को कहा गया कि आप कोमल मूवी बच्चो को जरूर दिखाए ताकि बच्चो को सुरक्षित स्पर्श व असुरक्षित स्पर्श के बारे में जानकारी मिल जाये | उसके बाद टीम सदस्य नीलम द्वारा उपस्तिथ लोगो को पढाई के महत्व व चाइल्ड लेबर के बारे में जानकारी दी गई जिसमे उनको बताया गया कि 14 साल से कम आयु के बच्चे का काम करना निषेध है तथा इससे अधिक आयु का बच्चा काम कर सकता है परन्तु वह भी कानून के दायरे में काम कर सकता है यदि कोई बच्चे से कानून के दायरे से बाहर काम करवाता है तो उसे दो साल की सजा 50000 रूपए का जुर्माना होता है। वह पर उपस्तिथ लोगो द्वारा चाइल्ड लाइन टीम का महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए धन्यवाद किया गया तथा इसी के साथ ओपन हाउस का भी समापन किया गया |