भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम सिंह सग़्गी और गुरविंदर सिंह कई लोग आज संयुक्त पटवारी कानूनगो महासंघ इकाई के समर्थन में उतरे। वही किसान यूनियन के नेताओं ने उनके धरने स्थल पर कहा कि सरकार को महासंघ की मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए क्योंकि उनकी हड़ताल का असर अब आम जनता पर भी पढ़ रहा है। यह हड़ताल प्रदेश भर में 12 दिनों से चल रही और इस हड़ताल के कारण राजस्व कार्यालय में कामकाज भी बंद पड़े हैं। जिससे किसानों व्यापारियों और आम लोगों को जमीन से जुड़े कार्यों में काफी परेशानी हो रही है। किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह पटवारी विभाग कानूनगो महासंघ की स्टेट कैंडल प्रणाली लागू करने के फैसले को लेकर दोबारा विचार करें ताकि इस आंदोलन को जल्द से जल्द समाप्त किया जाए। उन्होंने बताया कि संयुक्त पटवारी कानूनगो महासंघ लंबे समय से स्टेट केडर लागू करने के विरोध में संघर्ष कर रहा है। वही पटवारी कानूनगो महासंघ का कहना है कि स्टेट केडर लागू होने से पटवारी और कानूनगो की स्थानांतरण प्रक्रिया जटिल हो जाएगी जिससे उनके काम करने में दिखाते हैं। किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि पटवारी कानूनगो का कार्य किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। उनके कार्य न करने से जमीन से जुड़े रिकॉर्ड नामांतरण इंतकाल पद आदि कार्य रुके हुए है। जिससे किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। इस दौरान तरसेम सिंह सग़्गी ने कहा कि अगर जल्द से जल्द सरकार ने इनकी मांगे पूरी नहीं की तो किसान संगठन भी इस आंदोलन में शामिल होकर बड़ा प्रदर्शन करेंगे।