पांवटा साहिब : कांग्रेस की सियासी उठकपटक के बीच युवा नेता अवनीत सिंह लांबा नई उम्मीद बनकर उभर रहे हैं। अवनीत सिंह लांबा जमीनी स्तर पर लोगों के बीच अच्छी पैठ है और पार्टी के भीतर ऊंची राजनीतिक पहुंच भी रखते हैं। अवनीत सिंह लांबा बीते दिन विक्रमादित्य की अगवाई में हुई रोजगार संघर्ष यात्रा के दौरान विक्रमादित्य सिंह और जनता का ध्यान आकर्षित करने में सफल नजर आए। मंच से उनके एकजुटता के संदेश से भी कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभावित हुए।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके परिवार से अवनीत सिंह लांबा की नज़दीकियां जग जाहिर है। चुनाव लड़ने की मंशा के बाद केंद्रीय कांग्रेस आलाकमान के समक्ष भी लांबा विकल्प बनकर उभरे हैं। दरअसल पांवटा साहिब में सभी कांग्रेस नेता कांग्रेस बहुल विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्टी विचारधारा से जुड़े लोगों को संगठित करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुए हैं। बिखराव के कारण कांग्रेस चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ चुके सभी नेता बड़ी हार का सामना कर चुके हैं। ऐसे में युवाओं की नेतृत्व देने की कांग्रेस की नीति के तहत पांवटा साहिब में युवा विकल्प की खोज जाहिर सी बात है।
हालांकि नए नेताओं में पूर्व विधायक एवं सीपीएस सरदार रतन सिंह के पोते हरप्रीत सिंह ‘रतन’ और शमशेर काशमी भी टिकट की दौड़ में है। लेकिन कांग्रेस के भीतर राजनीति के जानकारों और रणनीतिकारों ने अवनीत सिंह लांबा में स्थानीय कांग्रेस का भविष्य तलाशना शुरू कर दिया है। रोजगार संघर्ष यात्रा के दौरान अवनीत सिंह लांबा की विक्रमादित्य सिंह से नजदीकियां उजागर हुई, उससे लांबा का राजनीतिक कद ऊंचा हुआ है। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश का संचार हुआ है और लांबा के प्रति विश्वास भी बढ़ा है।
इन सब के बीच युवा नेता के समक्ष दशकों से चली आ रही चुनौतियां बरकरार है। भाजपा उम्मीदवार के अलावा सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस के सभी क्षेत्रीय नेताओं को एक मंच पर लाना है। अलग-थलग पड़ी कांग्रेस के बिखराव को समेटना दूसरी बड़ी चुनौती है। साथ ही विश्वास खो चुके कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार भी अवनीत सिंह लांबा के समक्ष बड़ी चुनौती है। मगर अवनीत इन सब चुनोतियों से निपटने के लिए कमर कस चुके हैं।
अवनीत सिंह लांबा कहते हैं, राजनीति में चुनौतियां हर कदम पर हैं। कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस परिवार के सदस्य हैं। उनका किसी से मनमुटाव नहीं है। हम सब एक हैं। यदि कुछ कमियां हैं तो उन्हें दूर किया जाएगा। लांबा ने स्पष्ट किया कि टिकट का दावेदार जरूर हूं मगर टिकट किसी और को मिलता है तो जीत सुनिश्चित करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर दिन रात एक कर दूंगा।