गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति के बैनर तले किंकरी देवी पार्क में हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। यहां बैठक के बाद एक विशाल रैली निकाली गई जो बस अड्डा मार्ग से होती हुई लघु सचिवालय पहुंची। यहां समिति के पदाधिकारियों ने एसडीएम डॉ. विक्रम नेगी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा। इससे पूर्व जनसभा और रैली में गिरिपार को जनजातीय घोषित करने के प्रयासों का नारों के जरिये सीधा विरोध किया गया। 1 लोगों ने जय भीम जय भीम, हाटी तो एक बहाना है पंचायत रोस्टर और एट्रोसिटी एक्ट हटाना ● है… जैसे कई नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष अनिल मंगेट ने कहा कि कुछ लोग हाटी होने का ढोंग रचकर अनुसूचित जाति वर्ग को गुमराह कर रहे हैं।
गिरिपार की 40 प्रतिशत आबादी के अधिकार छीनने का प्रयास हो रहा है। यहां के विधायकों और सांसद तक ने अनुसूचित जति समाज की आवाज तक नहीं सुनीं। जबकि इस वर्ग के वोट पर हो उनको कुर्सी मिली है।
उन्होंने कहा कि इसका जवाब आने वाले चुनाव में दिया जाएगा। पंचायती चुनाव प्रणाली और अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति (एट्रोसिटी) से किसी भी कीमत पर छेड़छाड़ नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गिरिपार
में जब कानून होते हुए जातीय अत्याचार हो रहे हैं तो कानून न रहने पर तो अत्याचारों की कल्पना तक नहीं की जा सकती। इस दौरान कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
इस मौके पर किंकरी पार्क के अध्यक्ष विजय आजाद, डॉ. नीरज, रतन कश्यप, नरेंद्र मोहनलाल नंबरदार, प्रियंका, सुरेंद्र धर्मा, अमिता चौहान, मुक्तानंद हीरा पाल, निशा कुमारी, दीपचंद आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान हजारों लोग मौजूद रहे।