सिरमौर जिले के गिरिपार के हाटी क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने के लिए चल रही कवायद को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। अब भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर सरकार को चेताया है।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गिरिपार के हाटी क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने के लिए चल रही कवायद को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। इसके खिलाफ अनुसूचित जाति वर्ग के लोग पहले ही सड़कों पर उतर चुके हैं। अब भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर सरकार को चेताया है। आजाद ने ट्वीट किया कि हिमाचल सरकार गिरिपार क्षेत्र के लिए जनजातीय क्षेत्र के दर्जे का षड्यंत्र कर क्षेत्र की 40 फीसदी अनुसूचित जाति/जनजाति आबादी के सांविधानिक अधिकारों पर डाका डालने का काम कर रही है। सरकार इस षड़यंत्र को तत्काल रोके, वरना इस अन्याय के खिलाफ मुख्यमंत्री आवास पर अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे।
गौरतलब है कि हाटी समुदाय पांच दशकों से जनजातीय दर्जा देने की मांग कर रहा है। क्षेत्र के लोग जौनसार बाबर की तर्ज पर जनजातीय दर्ज की मांग कर रहे हैं। हाटी समुदाय 1967 से जनजातीय दर्जा देने की मांग करता आ रहा है, क्योंकि इसी वर्ष केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के जौनसार बाबर को जनजातीय दर्जा दे दिया था। जौनसार बाबर और गिरिपार क्षेत्र के मध्य में टौंस नदी ही है। इसे आधार बनाते हुए हाटी समुदाय भी ट्राइबल का दर्जा मांग रहा है। वर्तमान में मामला केंद्र सरकार के विचाराधीन है। हाटी क्षेत्र में 156 पंचायतों की तीन लाख की आबादी है। इसकी आबादी सिरमौर की पांचों विधानसभा क्षेत्रों के अलावा शिमला, सोलन व चौपाल आदि क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में रहती है।