हिमाचल प्रदेश अनूसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने हिमाचल सरकार एवम उसके अधीन पुलिस प्रशासन तथा महामहिम राज्यपाल से मांग की है कि पिछले कल भगत सिंह निवासी थियोग का शव बरामद हुआ और आज शव के कंकाल को शिमला के आईजीएमसी हस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया। परिजन मांग कर रहे है। कि संधिग्ध आरोपियों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर सलाखों के पीछे डाला जाए। मामला मोर्चा के संज्ञान में लाया गया कि मृतक भगत राम थ्योग निवासी पिछले लगभग दो मास से ज्यादा समय से लापता था, उसकी रिपोर्ट परिजनों ने थाना ठयोग में दर्ज की थी। हत्या के अंदेशा होने के के कारण परिजनों ने आरोपियों के नामजद किए थे। परंतु पुलिस थाना ठीयोग द्वारा आरोपियों को हिरासत में नहीं लिया गया। अब भगत राम का मृत शरीर पिंजरा पुलिस को मिल गया है, परिजन मांग के रहे है कि पहले आरोपियों को गीर्फदार कर मामला की गहनता से छानबीन की जाए। परिजनों का आरोपियों पर माकूल शक है कि उन्होंने ही भगत राम को अगवा कर उसकी निर्मम हत्या की है। आरोपियों को पुलिस गीराफदार नहीं कर रही है। परिजनों ने मांग की है जब तक आरोपी सलाखों के पीछे नहीं होंगे तब तक वे मृतक का दाह संस्कार नहीं करेगे। मोर्चा ने इस प्रकरण मै सरकार एवम पुलिस प्रशासन एवं राज्यपाल महोदय, हिमाचल प्रदेश से मांग की है कि वे स्वमेव संज्ञान लेकर पुलिस प्रशासन को आदेश दें कि आरोपियों को पुलिस हिरासत में लिया जाए । उनके उपर आईपीसी की जेरे धारा 302 एवम अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के तहत मुकदमा दायर किया जाए ताकि मृतक एवं उसके परिजनों को न्याय मिल सके। यह जानकारी मोरचा के प्रेस सचिव हीरा लाल चंदेल ने लिखित प्रेस विज्ञप्ति में दी है।
हीरालाल चंदेल,
प्रेस सचिव संयुक्त मोर्चा।