पर्यावरण संरक्षण को विशेष दिवस तक ही नहीं बल्कि अपने दिनचर्या के परिवेश में भी निभाने की है परम् आवश्यकता

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पर्यावरण संरक्षण आज देश और दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती के रूप में उभर कर हम सभी के सामने है और जिस पर्यावरण संरक्षण के लिए हम अनेकों प्रकार के उपाय ओर विचार करते है उसको वातानुकूलित करने के लिए पर्यावरण हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है यह हमें शुद्ध हवा भोजन और प्राकृतिक संधान प्रदान करता हैं जो हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। इस लिए हमें पर्यावरण को नुकशान नहीं पहुंचना चाहिएं पर्यावरण किसे कहते हैं पर्यावरण दो शब्दो परि और आवरण से मिलकर बना है। परि का अर्थ है सभी होता हैं, तथा आवरण का अर्थ घेरा होता हैं अर्थात जो हमें चारों और से घेरे हुए है वही पर्यावण कहलाता है परिभाषा – पर्यावरण का अर्थ होता है – आस-पास। मानव, जन्तुओं या पौधों की वृद्धि एवं विकास को प्रभावित करने वाली बाह्य दशाएँ पर्यावरण के अंतर्गत आते है इनमे जंगल, नदी, नाले, पहाड़ और मैदान आते है आज पर्यावरण को बचाने के लिए हम सभी को अपने दिनचर्या में ढालने की परम् आवश्यकता भी बनी हुई है जिसमें हम सभी को अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाने और जंगलों को कम से कम नष्ट करने की परम् आवश्यकता भी है ताकि हमें शुद्ध हवा शुद्ध पानी और शुद्ध वातावरण हमें हमेशा मिलता रहे परन्तु आज के परिप्रेक्ष्य में वनों को अंधाधुंध स्तर पर नष्ट करना हमारे ओर आने वाले भविष्य के लिए बहुत ही घातक सिद्ध होता जाएगा जिससे हमें सांस लेने तक की भी समस्या उत्पन्न होती रहेगी पर्यावरण संरक्षण हमारे जीवन ओर परिवेश के बहुत ही आवश्यक है जिसे हम सभी को अपने अपने स्तर पर निभाने की आवश्यकता भी है
पर्यावरण हमें अनगिनत लाभ प्रदान करता है। जंगल, पेड़, जानवर, पानी और हवा आदि। जो मानव जीवन के लिए आवश्यक होते है। जंगल और पेड़ हवा को शुद्ध बनाते हैं और हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं। साथ ही पानी को शुद्ध करते हैं। बाढ़ की संभावना को कम करते हैं और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखते हैं।
पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता
आज के समय में पर्यावरण असंतुलित हो गया है। बढ़ती आबादी, औद्योगीकरण, प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध इस्तेमाल से आज विश्व का तापमान चिंतित स्तर पर बढ़ रहा है। नीचे कुछ कारण दिए गए हैं जो आपको बताएंगे कि पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता क्यों है :
ग्लेशियर पिघल के समुद्र में पानी के स्तर को बढ़ा रहे है, जिससे बाढ़ आ रही है पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, ग्रीनहाउस के प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग, ब्लैक होल इफ़ेक्ट आदि को कम या कंट्रोल करने के लिए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता है,
पेड़ कटते जा रहे हैं, जिससे वन क्षेत्र कम हो रहा है।
नदियों का जल भी प्रदूषित हो गया है जिसके कारण पर्यावरण संरक्षण बहुत जरूरी है ग्लोबल वार्मिंग लगातार बढ़ रही है इसलिए भी पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता है।
मीथेन गैसों के साथ-साथ कोलोरोफ्लोरो कार्बन्स की भारी उपस्थिति ने ओजोन परत को बड़े पैमाने पर नष्ट कर दिया है। ग्रह पर कई क्षेत्रों में अम्ल वर्षा और त्वचा कैंसर हुआ है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता बढ़ गयी है।

स्वतंत्र लेखक-हेमराज राणा सिरमौर 8219386300

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