खनौरी बॉर्डर पर धरनास्थल पर उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल को हार्ट अटैक होने का खतरा है. किसान नेता डल्लेवाल 26 नवंबर से अनशन पर हैं.खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत ठीक नहीं है. डल्लेवाल गुरुवार (19 दिसंबर) को आठ से दस मिनट के लिए बेहोश हो गये. डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताई है. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी जान खतरे में है. डल्लेवाल का आमरण अनशन गुरुवार को 24वें दिन में प्रवेश कर गया.डल्लेवाल के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस के सांसद आज खनौरी बॉर्डर जाएंगे. दीपेंद्र हुड्डा, जयप्रकाश, सतपाल ब्रह्मचारी और वरुण मुलाना किसानों से मुलाकात करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी डल्लेवाल के स्वाथ्य को लेकर चिंता जताई. शीर्ष अदालत ने पंजाब सरकार से कहा, ”डल्लेवाल को कम से कम एक सप्ताह तक इलाज कराने के लिए राजी करें और अन्य लोग प्रदर्शन जारी रख सकते हैं.”
क्या है डल्लेवाल की मांग?
डल्लेवाल 26 नवंबर से पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर अनशन पर हैं. वो केंद्र पर फसलों के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की कानूनी गारंटी सहित आंदोलनकारी किसानों की मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव बना रहे हैं.
किसान नेताओं का कहना है कि किसान बॉर्डर पर 10 महीने से शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं. मगर सरकार किसानों का दिल्ली जाने वाला रास्ता रोक रही है, जो सही नहीं है. सरकार वार्ता करने की बजाय तरह-तरह के हत्थकंडे अपना रही है.
क्या है किसानों की मांग?
बता दें कि किसानों के दिल्ली कूच को रोके जाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं.
आंदोलनकारी किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी के अलावा, किसान कर्ज माफी, किसानों और कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं करने, पुलिस मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं