सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने पर रहेगा जोर, पानी की टंकियों की सफाई करने के दिए निर्देश
कक्षाओं में शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया
सरकारी स्कूलों में नए सत्र से नर्सरी में तीन साल, केजी में चार और अपर केजी में पांच साल की आयु वाले बच्चों को प्रवेश मिलेगा।
पहली कक्षा में छह वर्ष की आयु पूरी करने वाले बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा दूसरी से पांचवीं कक्षा, छठी, सातवीं, आठवीं और नौवीं कक्षा में भी प्रवेश की प्रक्रिया स्कूलों के खुलने पर शुरू होगी। उपनिदेशक उच्च शिक्षा लेखराज भारद्वाज ने कहा कि शीतकालीन स्कूलों को कक्षाओं और नए सत्र की व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश जारी किए हैं।उपनिदेशक कार्यालय को भेजनी होगी छात्रों की हाजिरी रिपोर्ट
अमर उजाला ब्यूरो
शिमला। जिला शिमला में सरकारी और हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों का वीरवार (13 फरवरी) से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। बोर्ड परीक्षार्थियों को छोड़कर सभी कक्षाओं के छात्र अगली कक्षा में प्रवेश लेंगे। स्कूलों में पहली कक्षा से इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई शुरू होगी।
सर्दियों की छुट्टियों के कारण लंबे अंतराल के बाद खुल रहे स्कूलों में सफाई के निर्देश दिए हैं। इसके साथ जिला शिक्षा विभाग ने स्कूल की पानी की टंकियों को साफ करने को कहा है। नए सत्र में पहली से बारहवीं कक्षा तक में प्रवेश लेने वालों की संख्या बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं को आम अभिभावकों तक पहुंचाने की शिक्षकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जा रही है। 13 फरवरी को स्कूलों के नए सत्र के पहले दिन से ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। सरकार और शिक्षा विभाग नए सत्र में प्री प्राइमरी और प्राथमिक स्कूलों में प्रवेश लेने वालों का आंकड़ा बढ़ाने के लिए इस सत्र से खास कदम उठाने जा रहा है।उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा नीशा भलूनी ने कहा कि आम अभिभावकों को निजी से सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को प्रवेश दिलवाने के मकसद से पहली कक्षा से इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई शुरू करने, प्रवेश के साथ ही छात्रों की हाजिरी की रिपोर्ट उपनिदेशक कार्यालय को भेजना अनिवार्य किया जा रहा है। स्कूल प्रशासन पीटीए, अभिभावकों की सहमति से छात्रों, अभिभावकों को सरकारी स्कूलों की ओर आकर्षित करने के लिए स्मार्ट यूनिफार्म (वर्दी) लगाई जाएगी। स्कूलों में विभाग के तय शिक्षक-छात्र अनुपात में शिक्षकों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है, इसके लिए युक्तिकरण किया जा रहा है। प्री प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने को एनटीटी की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। उपनिदेशक ने बताया कि जिले के 21 शिक्षा खंडों में घोषित 79 स्कूल ऑफ एक्सिलेंस में हर कक्षा को पढ़ाने को एक शिक्षक, स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ने की सुविधा दी जा रही है।
—अमर उजाला से साभार