पांवटा साहिब में कुंजा मंतरालियों में हालात लगातार बद से बद्तर होते जा रहे हैं। गुंडागर्दी की सारी हदें पार करते हुए उप प्रधान और उसके परिवार पर अस्पताल में इलाज के दौरान जानलेवा हमला किया गया है जिसमें दो बेटे और वह खुद घायल हुए हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए उप-प्रधान कुंजा मंतरालियों गुरमेल सिंह ने बताया कि उनका बेटा जब डेंटल कॉलेज रोड से अपनी गाड़ी लेकर घर लौट रहा था तो रास्ते में कुछ लोगों ने सामने गाड़ी लगाकर उसके साथ बदसलूकी की उसके साथ मारपीट भी की, उसके बाद सूचना मिलते ही हम मौके पर पहुंचे वहां पर 15 से 20 लोग जिनमें इस्तबाल, शैहफीन, जहांगीर, सहजान, खुशनसीब सहित एक दर्जन से अधिक लोग शामिल थे उन्होंने गंडासिया और दूसरे तेजधार हथियारों से हमला कर उनको और उनके परिवार को घायल कर दिया।
उन्होंने बताया कि जब पुलिस उनका इलाज करवाने अस्पताल में लाई तो उस समय भी आरोपियों ने अस्पताल में घुसकर उन पर हमला कर दिया। हमला करने वाले अस्पताल में भी दर्जनों की तादाद में आ गए और अस्पताल के भीतर घुसकर सहजान, खुशनसीब, इस्तबाल, शैहफीन, जहांगीर आदि ने तोड़फोड़ की बल्कि उन्हें आपातकालीन वार्ड से बाहर खींच लिया उन पर और उनके परिवार पर जानलेवा हमला किया गया ।
इस दौरान एक चश्मदीद महिला ने बताया कि जिस वक्त उपप्रधान का इलाज अस्पताल में चल रहा था उस वक्त पुलिस के सामने उन पर जानलेवा हमला किया गया उन्हें बुरी तरह से लहू-लुहाल कर दिया गया बीच बचाव के लिए जब उनके बेटे आए तो उन्हें भी पूरी तरह से घायल कर दिया गया यह पूरा वाक्य अस्पताल परिसर में हुआ है जहां पर डॉक्टर और वहां का स्टाफ बुरी तरह से घबरा गए।
वहीं दूसरी उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाए कि अस्पताल में हमले के दौरान पुलिसकर्मी एक कमरे में घुसकर तमाशा देख रहे थे घायल महिला ने बताया कि पुलिस तमाशबीन बनी हुई थी । अस्पताल परिसर में ही 15 से 20 लोग घुस आए और उन्होंने इलाज करवा रहे लोगों पर जमकर लात घूसे और तेजधार हथियार चलाए।
वहीं फिलहाल पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल में मौके पर पुलिस तैनात है खबर लिखे जाने तक उप प्रधान और उसके परिवार का इलाज अस्पताल के भीतर किया जा रहा था जबकि हमला करने वाले आरोपी अस्पताल के बाहर खड़े हुए थे माहौल बेहद खराब था।
पाँवटा का माहोल ख़राब हॉस्पिटल में भी सुरक्षित नहीं
कुल मिलाकर रामपुर घाट स्थित क्षेत्र में हालात बेहद खराब हो चुके हैं रामपुर घाट पुलिस से लोगों का भरोसा पूरी तरह से उठ चुका है। लोग बुरी तरह से दहशत में है । अभी अंधाधुंध फायरिंग करने वालों के खौफ से लोग नहीं उभरे थे और अब अस्पताल में खुले आम गुंडागर्दी का नाच देखने को मिल रहा है।