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*डॉ0 अम्बेडकर के आदर्शों को अपना कर एकजुटता के साथ राष्ट्र निर्माण में दें अपना योगदान*
पांवटा साहिब 14 अप्रैल – डॉ0 भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती के अवसर पर पांवटा साहिब के रामनगर में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री, सुख राम चौधरी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
सर्वप्रथम ऊर्जा मंत्री ने डॉ0 अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।इसके उपरांत जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत रत्न डॉ0 भीमराव अम्बेडकर की जयंती समाज के उत्थान के लिए उनके अतुल्य योगदान को याद करने के उद्देश्य से मनाई जाती है।
उन्होंने कहा कि डॉ0 अंबेडकर ने भारत में निम्न स्तर के समूह के लोगों की स्थिति में सुधार लाने के लिए काम किया और उन्हें शिक्षा के महत्व को समझाया। उन्होंने भारत के संविधान के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ0 अंबेडकर को अप्रैल 1990 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। उनके जन्मदिन को सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है ताकि उनके योगदान को याद किया जा सके तथा भारतीय नई पीढ़ी को उनके बारे में बताया जा सके।
उन्होंने कहा कि भारत संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर ने समरसता, सौहार्द और सद्भाव को बढ़ावा देने में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा कि डॉ अंबेडकर ने समाज के पिछड़े वर्गों और गरीबों के कल्याण एवं उनके अधिकारों के लिए जीवन-भर कार्य किया। हमें उनके जीवन मूल्यों और आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि डॉ0 अंबेडकर द्वारा निर्मित भारत का सवंधिान 26 जनवरी, 1950 को पूरे देश में लागू किया गया। इस दिन हर एक भारतवासी उस दिन को याद करता है, जब हमारा देश संवैधानिक रूप से एक स्वतंत्र गणराज्य बना और देश को अपना संविधान मिला तथा देश में कानून राज स्थापित हुआ। उन्होंने कहा कि इस दिन हमने ग़ुलामी के सभी प्रतिकों व चिन्हों को पीछे छोड़ नव भारत का निर्माण किया और देश की अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय स्रोतों तथा सुरक्षा को बढ़ाने में लगे, जिसका परिणाम है कि आज भारत देश दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है।
उन्होंने कहा कि आज अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े समुदाय के उत्थान के उद्देश्य से केंद्र सरकार तथा प्रदेश सरकार द्वारा बहुत सी कल्याणकारी योजनाएं चलायी गई है जिसके परिणामस्वरूप समाज से विषमताएं समाप्त हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि डॉ0 अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू गाँव में हुआ था। इस दौरान उन्हें छुआछूत जैसी कुरीतियों का सामना करना पड़ा, परंतु विषम परिस्थितियों के बावजूद भी उन्होंने उच्चस्तर की शिक्षा प्राप्त की। आज हमें अपने बच्चों को डॉ0 अंबेडकर की आत्मकथा बतानी चाहिए ताकि वह अच्छी शिक्षा के लिए दृढ़संकल्प लें और देश को कामयाबी के शिखर तक ले जाएँ।
उन्होंने रामनगर में जनसमस्याएं सुनीं तथा उनका निपटारा भी किया। इस दौरान प्राप्त माँगो पर उन्होंने रामनगर में एक सिंचाई ट्यूबवेल तथा सालवाला में एक पेयजल ट्यूबवेल की तथा रामनगर के लिए पीने के पानी की लाइन जल्द बिछवाने की घोषणा की । इसके अतिरिक्त उन्होंने महिला मंडल बरोटीवाला बोबरी, रामनगर व टापी के लिए 3-3 लाख देने की घोषणा भी की। उन्होंने रामनगर महिला मंडल के लिए 21 हज़ार तथा अंबोया महिला मंडल के लिए 1 लाख 50 हज़ार व सांझा प्रांगण परशुराम वार्ड नंबर पाँच के लिए 1 लाख 50 हज़ार देने की घोषणा की।उन्होंने अपने संबोधन में प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न जनहितैषी व कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया तथा सभी लोगों से उनका लाभ उठाने की अपील भी की।
इस अवसर पर पंचायत समिति अध्यक्ष हितेंद्र कुमार, अध्यक्ष एस. सी. मोर्चा राजेश कुमार, जिला भाजपा उपाध्यक्ष दिनेश नेगी, महामंत्री पांवटा भाजपा मंडल देवराज चौहान, युवा मोर्चा अध्यक्ष भाजपा राहुल चौधरी, पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष रमेश तोमर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं स्थानीय गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे ।